हमने किया है, प्रकृति का शोषण, माँ पृथ्वी के आशीर्वाद, का दोहन...! हमने किया है, प्रकृति का शोषण, माँ पृथ्वी के आशीर्वाद, का दोहन...!
जिसके पीछे भागता रहे हम उम्र भर वो सब यहीं रह जाएगा। जिसके पीछे भागता रहे हम उम्र भर वो सब यहीं रह जाएगा।
जो सच बोलते है, साखी लब उन्हें आज नहीं मिलता है, रब जो सच बोलते है, साखी लब उन्हें आज नहीं मिलता है, रब
हालात एक से ही होंगे सबके कोई सच बोलता है, कोई झूठा हो जाता है हालात एक से ही होंगे सबके कोई सच बोलता है, कोई झूठा हो जाता है
मगर आँखों में झूठ की काली पट्टी, उन्हें सब काला ही दिखाती है मगर आँखों में झूठ की काली पट्टी, उन्हें सब काला ही दिखाती है
जब तक खामोश था सब को भाता रहा! जब तक खामोश था सब को भाता रहा!